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मन को कैसे खुश रखे 24 आसान तरीको से -

 इस मशीनरी युग मे किसी के पास अपने लिए फुर्सत ही नही है सभी लोग अपने कामो मे इतना व्यस्त होते है की अपने लिये खुशी नही ढूढ़ पाते है   और अपनी छोटी - छोटी खुशियो से भी दूर रहते है और सभी काम तो  अपने खुशी के लिए कर रहे होते है लेकिन कही न कही उनको अपनो से मिले मानो जैसे कितना समय हो गया है   

Lifeappki

दोस्तो इस लेख के माध्यम से मै आपको अपने मन को कैसे खुश रखे और अपने आप को कैसे खुश रखे 

बहुत से लोगो के मन मे एक ख्याल आता है की हम अपने मन को कैसे खुश रखे और इस प्रश्न का उत्तर सभी के पास  खोजते है लेकिन उन्हे अपने प्रश्न का उत्तर कहीं भी नहीं मिलता क्योंकि अपने आप को खुश रखना किसी और की बस की बात नही अपने आप मे खुश रहने का मूल्य मंत्र अपने आप शरीर और अपने अंदर के मन से मिलती है और हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे 

मन को कैसे खुश रखें 24 आसान तरीके से -

ऐसा ना हो कि हमारा अनमोल  जीवन इसी सुकून इसी शांति की तलाश में समाप्त हो जाए अपने मन कि खुशी  हमारे पास ही  है जैसे मृग के पेट में कस्तूरी होती है और वह उसकी सुगंध में पागल होकर उसे दूर दूर तक ढूंढता रहता है उसी तरह उसी प्रकार आनंद तो हमारे अंदर है जिसके मन में आनंद है खुशी वही मिल जाती है और  खुशी मे व्यक्ति धूप में भी मुस्कुराता चला जाएगा उसे धूप का एहसास नहीं होता क्योंकि उसके भीतर आनंद है 
उसकी खुशी इतनी बड़ी है जो उसे धूप का कष्ट अनुभव ही नहीं होने देती और जिसके मन में खुशी नहीं वह दुनिया की सभी सुविधाओ वाले कमरे में भी सुखी नहीं रह सकता  यही कारण है की मन की अवस्था से ही  मन को खुश रखने का प्रयत्न करें यदि मन ही असंत रहा तो आप कभी भी खुश नहीं रह सकते
मन का कमल खिलेगा तो हम भी खिले उठेगे मन को खुश रखने के लिए किए गए छोटे-छोटे उपाय भी बड़े लाभकारी सिद्ध होते हैं जैसे कि

1. प्रातः आंखें खुलते ही प्रभु को अवश्य याद करो  और खुले वातावरण में व्यायाम करें

2. प्रात स्नान करते समय पानी में फूलों की खुशबू पंखुड़ियां डालें और कोई सुगंधित इत्र डालें इनसे आपका मन प्रसन्न हो जाएगा और मस्ती भी शुद्ध निर्मल हो जाएगा एक अजीब सा परिवर्तन आपको स्वयं में नजर आएगा हमेशा स्वच्छ कपड़े पहने

3. अपना कमरा विशेष सजावट से परिपूर्ण व आकर्षक बनाना चाहिए बिस्तर पर स्वच्छ और मनभावन चादर और तकिये रखे  मनमोहक लगने वाली  अच्छी-अच्छी तस्वीरें और फूलों का गुलदस्ता रखें ,भाव या है कि हर वह वस्तु जिसे देख कर आपको खुशी मिले वह अपने पास रखने का यत्न करे 

4. हो सके तो मधुर संगीत का भी प्रबंध रखें जिससे आपको अच्छी नींद आए आपको जीवन की कठिनाइयों के भीड़ में से निकल कर आरम प्रदान करें

5. प्रातः की चाय लेते समय यदि हो सके तो वातावरण को सुहाना बनाने की कोशिश करें कुछ ताजा फूल पास में रखें शांत वातावरण में ही सुबह की चाय ले सारा दिन अच्छा जाएगा

6.हो सके तो सुबह की शुरुआत किसी सुंदर विचार को सुन कर करे 

7. सप्ताह में एक दो बार अपना मनपसंद का भोजन करें और अपना मनपसंद भोजन बनाएं भोजन में परिवर्तन आएगा तो आपको अच्छा लगेगा सबकी पसंद के साथ-साथ अपनी पसंद का भी ध्यान रखें

8. और सबसे जरूरी बात अपने आप को दर्पण के सामने खड़ा करें और ध्यान से देखें पांव से सिर तक, सिर्फ आप  सोचेगी की क्या आप वैसे ही दिखाई दे रहे हैं जैसा आप स्वयं को देखना चाहते हैं यदि हां तो बहुत अच्छी बात है यदि नहीं तो क्या कमी रह गई उसकी खोज करें और उनमें सुधार करें

9.अपने  आप में महत्वपूर्ण होना अच्छी बात है परंतु सबसे महत्वपूर्ण एक अच्छा इंसान बनाना अच्छी बात है 

10. सोने से पहले अपने आप को अवलोकन करें कि आज आपने जीवन को कितना जिया है और कितनी खुशियां आपने अपने अंदर ली है और कितनी खुशियां आपने बाटी है और कितने दुख आपको मिले

11. अपने बुरे हालात को बदलने के लिए अपने मन की अवस्था को बदलें अपनी सोच को बदलें

12. सदैव आनंद में रहे थे कि जो पल बीत गया है वह दोबारा नहीं आने वाला प्रत्येक पल को आनंद से जिए बीते हुए पल कभी दोबारा नहीं मिलते

13. अपने शरीर को स्वच्छ रखना अच्छी बात है परंतु साथ-साथ अपनी भावनाओं और अपने मन को भी उतना ही स्वस्थ रखें जितना आप बाहर से स्वस्थ रखते हैं अपने आप को , आप  जितना अंदर से स्वच्छ अपने मन को स्वच्छ रखोगे आपने आप को उतना ही खुश रख पाओगे 

14. सभी के गुणों को देखें और अवगुणों को ना देखें क्योंकि जो भी जो कुछ भी दिखेगा वही पाएंगे अच्छे गुणों के ग्राहक बने और अच्छे लोगो के गुणों को देखे और सुविचार वाले लोगो के सम्पर्क मे निरंतर बने  रहे

15. कभी भी खाना खाते समय अपने मन के वातावरण को तनावयुक्त नही होना चाहिए क्योकि क्रोध में  खाया गया खाना ,अंदर  जा कर विष बन जाता है और खाना सदैव आनंदित अवस्था में ही खाना चाहिए ताकि वह अमृत का कार्य करें

16. अपने अंदर इतने गुण को भर  ले कि हर कोई आपकी बातों पर विश्वास कर ले ,किसी को आपकी बातों को प्रमाणित करने की आवश्यकता ही ना पड़े

17. स्वयं को छल कपट से मुक्त बनाएं और इतना सरल  बना ले जिससे मन पर किसी प्रकार का बोझ ना हो  और आप एक पवित्र जीवन व्यतीत करें जिससे आपका मन खुश हो जाये 

18. हमेशा आत्मविश्वास से भरा हुआ जीवन जिये और दूसरों पर भी विश्वास करें

19.हमेशा वर्तमान मे जीवन को जीना चाहिए 

20.कभी भी अपनी तुलना दुसरो से न करे और कभी या न सोचे की हम ओरो से  कम नही है क्योकि ईश्वर ने सभी को एक जैसा बनाया है 

21.अगर खुशहाल जीवन जीना है तो दुसरो पर कभी निर्भर नही होना और दुसरो से ज्यादा उम्मीद नही रखनी 
22.दुख को कभी पहाड़ जैसा न समझे क्योकि दुख और सुख दोनो  जीवन मे आते है क्योकि दुख के बाद हमेशा सुख आता है 

23. अपनी समर्थ के अनुसार जरूरतमंदों को मदद जरूर करें क्योंकि मदद करने से मन को एक अलग सा सुकून मिलता है या तो किसी को दान करें जिसको जिस चीज की कमी हो उसको पूरा करें जो आप कर सकते हैं
24. दोस्तों एक जरूरी बात अपने परिवार और अपने दोस्तों के साथ जरूर समय बताएं क्योकि अपने अपनो के साथ मन को वो सुकून मिलता है जो कही और नही मिलता है 

अभी भी समय है हमारे पास हमारे हाथ में है हम वही जीवन जी सकते हैं जिसकी हमने कभी कल्पना की थी इसलिए हालात के बदलने का इंतजार ना करें अपने मन के हालात को बदलें हर हाल में खुश रहना सीखें

 अपना नियंत्रण किसी और के हाथ में ना  जाने दे किसी के दुखी करने पर अपने आप को दुखी ना करें और सुखी करने पर सुखी रहे यही जीवन है जो छड़ हमारे पास है उन्हें आनंद से जिए और दूसरों को भी जीने दे 

ऐसे लोग जो आपको दुख पहुंचाए और बार-बार आपको दुखी करें ऐसे इंसान का साथ छोड़ दो और मन से निकाल दो क्योंकि पल -पल तड़पने से अच्छा है एक बार मे ही खत्म कर दे अपने यह कुछ भी कहे आपको दुख नहीं होगा क्योंकि अब वह आपका अपना नहीं
शायद आप भूल चुके हैं कि आप की विशेषता क्या है

 आप वैसी ही जिंदगी जिये जैसी कि आपकी कभी इच्छा थी संसार के सभी पदार्थ आपकी सुख सुविधा के लिए है ना कि आपको दुख पहुँचने के लिये आप इन पदार्थों के लिए इन सब से बाहर निकल कर देखिए आपका अपना अस्तित्व क्या है अपना जन्म इन सब सुख सुविधाओं वाली वस्तुओं के लिए स्वयं को बेचैन करने के लिए नहीं है यह सब आपकी जरूरतें पूरी करने के साधन के प्रयोग से लाभ उठाएं ना कि इनके कारण दुख है भाव जो सुख के साधन है उन्हें दुख के साधन ना बनने दें

जहां तक हो सके हमें अपनी आदतों का दास नहीं बनना चाहिए जो व्यक्ति अपने मन और आदतों का दास बन जाता है वह अपने आप में ही सिमट कर रह जाता है ऐसे व्यक्ति जीवन में सफल नहीं हो सकता और ना ही कभी जिम्मेदार कहला सकते हैं काम करने वाले व्यक्ति अपनी आदतों के साथ कभी नहीं होते और वह असफल भी कभी नहीं होते
एक महान किसी व्यक्ति ने कहा है एक बार किसी के व्यक्ति के घर की दीवार पर लिखा था सबसे मुश्किल कार्य को सबसे पहले करें उस व्यक्ति ने उस आदमी से पूछा कि  इस वाक्य से तुम्हे किस प्रकार लाभ होता है तब उस व्यक्ति ने जबाब दिया की ऐसे वाक्यों पर अमल करके ही उसके जीवन में परिवर्तन आया  है

 उसने कहा  की एक दिन मेरे मन में विचार आया कि मुझे मुश्किल और दुखदायक कार्यों से बचने की आदत पड़ चुकी है या मेरी सफलता के रास्ते में रुकावट है इसलिए मैंने यह संदेश लिखकर सामने वाली दीवार पर लटका दिया और इसके अनुसार ही कार्य करना आरंभ कर दिया मुझे जो कार्य सबसे मुश्किल लगता है मै  सबसे पहले  उसी मुश्किल काम को  करता हु इससे मुझे एहसास हुआ कि जिस कार्य को मैं पहाड़ जैसा समझता था जब वह पहले समाप्त हो जाता तो अन्य कार्य तो बहुत साधारण लगते थे इसी कारण में इस संदेश की कदर करता हु 

इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति कुछ भी करने का निर्णय कर ले तो वह अवश्य ही सफलता प्राप्त कर लेगा बस उसे स्वयं पर और अपने आप पर विश्वास होना चाहिए इसलिए अपने आप के लिए समय अवश्य निकालें और सोचे कि आप क्या है और क्या कर सकते हैं अपने अंत करण की शक्ति को पहचाने अपनी प्रतिभा की खोज करें एकांत में बैठकर अपने आप के विषय में सोचें तो अपने आप के विषय में बहुत कुछ पता चलेगा जो आप तक नहीं पता है और असीम शक्ति के विषय में पता चलेगा जिसे हम अपने भीतर छुपाए बैठे हैं उस शक्ति को ढूंढ़े और बाहर लाएं तथा संसार को अपनी प्रतिभा दिखाएं फिर आप भी साधारण व्यक्ति से विशेष बन सकते हैं
यह होगा तब जब आप अपने अंदर से भेंट करेंगे स्वयं से मिलेंगे और यह अनुभव बहुत ही आनंददायक सिद्ध होगा इसीलिए भागदौड़ भरी दुनिया में अपने लिए समय निकालना बहुत आवश्यक है 

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दोस्तो यह लेख मन को कैसे खुश रखें 24 आसान  तरीको से आपको कैसा लगा अगर अच्छा लगा हो तो मुझे comment करे और बताये की कैसा लगा आपको, और आप इसे share भी कर सकते है परिजनों और दोस्तो से 

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